RBI ने रद्द किया इस बैंक का लाइसेंस
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक और बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है। अगर आपका भी खाता इस बैंक में है, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। जब भी कोई बैंक बंद होता है, तो लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही होता है – “हमारा पैसा कैसे मिलेगा?”
अगर आपका पैसा इस बैंक में जमा है, तो चिंता मत कीजिए। आपके पैसों की सुरक्षा को लेकर RBI और DICGC (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) ने नियम बनाए हैं। आइए, जानते हैं कि कौन सा बैंक बंद हुआ है और आपको अपना पैसा वापस पाने के लिए क्या करना होगा।
कौन सा बैंक हुआ बंद?
RBI ने सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (Seva Vikas Co-operative Bank) का लाइसेंस रद्द कर दिया है। यह बैंक महाराष्ट्र में स्थित था और लंबे समय से वित्तीय संकट में था।
RBI के अनुसार, इस बैंक के पास न तो पर्याप्त पूंजी थी और न ही कोई ऐसा प्लान जिससे बैंक की वित्तीय स्थिति सुधर सके। इसलिए, इस बैंक को बंद करने का फैसला लिया गया।
अब सवाल यह उठता है कि जिन लोगों का पैसा इस बैंक में जमा था, उन्हें कैसे मिलेगा?
बैंक डूबने पर भी आपके पैसे सुरक्षित?
अगर आपका पैसा इस बैंक में जमा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। DICGC इंश्योरेंस स्कीम के तहत हर ग्राहक के ₹5,00,000 (5 लाख रुपए) तक की जमा राशि पूरी तरह सुरक्षित होती है।
DICGC क्या है?
DICGC भारतीय रिजर्व बैंक की एक सब्सिडियरी कंपनी है, जो बैंक में जमा पैसों का बीमा (Insurance) करती है। इसका मतलब यह है कि अगर कोई बैंक दिवालिया हो जाता है या उसका लाइसेंस रद्द हो जाता है, तब भी ग्राहकों को ₹5 लाख तक की रकम वापस मिलती है।
अगर आपका पैसा 5 लाख से ज्यादा है?
अगर आपकी जमा राशि ₹5 लाख से ज्यादा है, तो अतिरिक्त रकम को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। ऐसी स्थिति में आपको बैंक के लिक्विडेशन प्रोसेस (Liquidation Process) का इंतजार करना पड़ सकता है।
पैसा निकालने के लिए क्या करें?
- DICGC से क्लेम करें – बैंक के बंद होने के बाद DICGC खुद ही पात्र ग्राहकों को उनका पैसा वापस करता है। इसके लिए आपको बैंक से संपर्क करना होगा।
- बैंक से अपडेट लेते रहें – अगर आपकी रकम ₹5 लाख से ज्यादा है, तो बैंक की तरफ से लिक्विडेशन की प्रक्रिया पर नजर रखें।
- RBI की आधिकारिक वेबसाइट देखें – इससे आपको बैंक से जुड़े नए अपडेट मिलते रहेंगे।
RBI के इस फैसले का असर
इस बैंक के बंद होने से हजारों ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, ₹5 लाख तक की राशि पूरी तरह सुरक्षित है।
अगर आप भविष्य में इस तरह की परेशानी से बचना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि आप अपनी जमा राशि को अलग-अलग बैंकों में बांटकर रखें।
निष्कर्ष
- सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
- RBI के अनुसार, बैंक की वित्तीय स्थिति कमजोर थी, इसलिए इसे बंद कर दिया गया।
- DICGC इंश्योरेंस स्कीम के तहत ₹5 लाख तक की जमा राशि सुरक्षित है।
- ग्राहकों को DICGC के माध्यम से पैसा वापस मिलेगा।
- अगर आपकी रकम ₹5 लाख से ज्यादा है, तो आपको बैंक की लिक्विडेशन प्रक्रिया का इंतजार करना होगा।
अगर आपका पैसा इस बैंक में जमा है, तो जल्द ही बैंक से संपर्क करें और अपने पैसे की जानकारी लें।